सतह से हवा में मार करने में सक्षम हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट अभ्यास का प्रशिक्षण
भारत में बुधवार दिनांक 29 जून 2022 को स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गया हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट यानी अभ्यास का उड़ीसा के चांदीपुर में इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से सफलतापूर्वक प्रशिक्षण किया।
यह पूरी तरह से ऑटोमेटिक सिस्टम के कंट्रोल में उड़ान भरता है और इसे मानो पायलट के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होती है। यह ड्रोन सतह से हवा और हवा से हवा में मार करने में सक्षम है। अभ्यास का निर्माण 2012 से चल रहा था।
टेस्ट फ्लाइट के दौरान इसमें बेहतर और सटीक प्रदर्शन किया। इसे कम ऊंचाई पर उड़ाया गया ताकि भविष्य में सी - स्कीमिंग मिसाइलों जैसे ब्रह्मोश आदि का प्रशिक्षण किया जा सके।
प्रशिक्षण के दौरान जुड़वा अंडर - स्लंग बूस्टर का इस्तेमाल करके हवाई वाहन को लांच किया गया था।
इस लड़ाकू ड्रोन का इस्तेमाल विभिन्न मिसाइल प्रणालियों की निगरानी के लिए हवाई लक्ष्य के रूप में किया जा सकता है।
रक्षा मंत्री ने सफल प्रशिक्षण के लिए बधाई दी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लेजर गाइडेड एटीएम के सफल प्रक्षेपण के लिए डीआरडीओ और भारतीय सेना को बधाई दी है।उन्होंने कहा कि इस प्रणाली का विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉक्टर जी सतीश रेड्डी ने इस प्रणाली के डिजाइन विकास और प्रशिक्षण में शामिल टीमों को बधाई दी है।
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