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रोज 30 मिनट भी कम होंगे तो भविष्य में गंभीर खतरा

कम नींद दिमाग को स्थाई नुकसान पहुंचा सकते हैं 
जर्नल ट्रेंड न्यूरोसाइंस में प्रकाशित रिव्यू आर्टिकल के अनुसार 1 सप्ताह तक भी कम नींद लेने से मस्तिष्क को गंभीर क्षति और न्यूरोडीजेनरेटिव कारों का खतरा बहुत अधिक होता है।अमेरिका की नॉर्थ कैरोलिना विवि में स्लीप साइंटिस्ट मैरी ऐलन विलेज के अनुसार नींद की कमी से मस्तिष्क के दो हिस्से लोकस  कोएर्यूलस और है तो हैपोकैम्पास प्रभावित होते हैं। पहला हिंसा अलर्टनेस और एक्साइटमेंट को नियंत्रित करता है जबकि दूसरा याददाश्त निर्माण और सीखने की क्षमता को नींद की कमी से एंटीऑक्सीडेंट का उत्पादन धीमा हो जाता है। एंटी ऑक्सीडेंट मस्तिष्क को अस्थाई अणुओं से बचाता है। जैसे कि इसका उत्पादन लगातार घटता है ये अंदर से मस्तिष्क पर हमला कर उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। यदि कोशिकाओं को प्रतिदिन 30 मिनट अधिक देख देर तक जगाएंगे  तो वह मारने लगेंगे। अर्थात निर्धारित समय 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।












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