धरती की बस यही पुकार, पेड़ लगाओ बार-बार ।
आओ मिलकर कसम खाएं ,अपनी धरती हरित बनाएं।
धरती पर हरियाली हो ,जीवन में खुशहाली हो।
पेड़ धरती की शान है ,जीवन की मुस्कान है ।
पेड़ पौधों को पानी दें, जीवन की यही निशानी दे।
आओ पेड़ लगाएं हम ,पेड़ लगाकर जगमग आ कर ।
जीवन खुशी बनाए हैं, आओ पेड़ लगाए हम।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें