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NEET पेपर लीक होने का क्या कारण है? नीट पेपर लीक होने से कैसे रोका जा सकता है?

 

नीट की एग्जाम को लेकर पेपर लिक के मामले सामने आ रहे हैं आखिर क्या कारण है ?पेपर लीक होने का आज की इस आर्टिकल में इन्हीं पर लेख लिखी गई है।

भारतीय राजनीतिक पार्टियों में नीट(NEET) को लेकर सियासी हमले पक्ष पार्टी से कर रहे हैं। यह अभी सुर्खियों में चल रहा है।

आज की इस आर्टिकल में हम नीट(NEET) से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा करेंगे वर्तमान में यह बहुत ही चर्चा में रहा है। यह एक नेशनल हैडलाइन बन चुका है। आखिर क्या है यह नीट(NEET)?

इस आर्टिकल में इन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हम चर्चा करेंगे और आज की इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ना क्योंकि नीट से रिलेटेड उन सभी महत्वपूर्ण बिंदु पर यह आर्टिकल लिखी गई है।

जो आपको इस एग्जाम को उत्तीर्ण करने में सहायक हो सकती है।


नीट(NEET) क्या है?



नीट का फुल फॉर्म नेशनल एंट्रेंस कम एलिजिबिलिटी टेस्ट होता है। राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा भारत में एक मेडिकल प्रवेश परीक्षा है यह केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित एक अखिल भारतीय परीक्षा है यह परीक्षा उन छात्रों द्वारा ली जाती है जो भारत में सरकारी या निजी मेडिकल कॉलेज में किसी भी स्नातक या स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रम का अध्ययन करना चाहते हैं। NEET को शैक्षणिक वर्ष 2013-14 में शुरू किया गया था इसने (AIPMT)अखिल भारतीय प्री मेडिकल टेस्ट की जगह ले ली है

नीट(NEET) की परीक्षा देने के लिए पात्रता क्या है?

इस परीक्षा को देने के लिए आपको मिनिमम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है आपका 12वीं में पसंदीदा सब्जेक्ट भौतिकी रसायन जीव विज्ञान और वनस्पति विज्ञान की सब्जेक्ट होनी चाहिए।


नीट(NEET )की एग्जाम कौन सी भाषा में ली जाती है?

अगर इस एग्जाम की बात करें तो यह एग्जाम हिंदी अंग्रेजी और 8 अन्य भाषाओं में दी जा सकती है। अक्सर हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में विद्यार्थी एग्जाम देना पसंद करते हैं।

नीट की एग्जाम देने से क्या लाभ है?

1.अवसर की समानता

इस एग्जाम को उत्तीर्ण करने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देने की जरूरत है इस एग्जाम को देने के लिए सभी को समान अवसर प्रदान की जाती है अगर आप इस एग्जाम में उत्तीर्ण होना चाहते हैं तो आपको नीट का पेपर लिखना अनिवार्य है अन्यथा आप किसी भी मेडिकल इंस्टिट्यूट में एडमिशन नहीं ले सकते तो पहले लाभ यह है कि सभी को समान अवसर दी जाती है इसमें अवसर की समानता है।

2. चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता

एंट्रेंस एग्जाम के जरिए सेलेक्ट होने वाले विद्यार्थी में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता होती है इस कारण से वह इस एग्जाम को उत्तीर्ण कर पाते हैं। इससे यह सिद्ध होता है कि भविष्य में आने वाले डॉक्टरों के पास चिकित्सा के क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता होगी।
और वह चिकित्सा के क्षेत्र में अपना बेहतर सेवा दे पाएंगे।

3. बोझ कम होना

अगर आप इंटरेस्ट एग्जाम के जरिए इस फील्ड को चुनते हैं तो आप इस क्षेत्र में माहिर हो जाते हैं जिससे आपकी मेंटल प्रेशर कम हो जाती है और आप इस फील्ड में फिट होते हैं।
जब आप अध्ययन कर रहे होते हैं तो आपको विषय की समझदारी होती है विषय में पकड़ होती है तो आप बेहतर तरीके से अपनी शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रख सकते हैं और आप एक बेहतर डॉक्टर बन सकते हैं।

नीट(NEET) की पैटर्न क्या है एग्जाम में किस प्रकार के प्रश्न  पूछे जाते हैं?

इस एग्जाम में आपको बहुविकल्पीय (MCQ) प्रश्न मिलेंगे जिसमें प्रश्न की कुल संख्या 180 होगी जिसमें 90 भौतिकी रसायन, विज्ञान जीव विज्ञान आदि विषयों के प्रश्न आपको देखने को मिल सकते हैं।

NEET  की एग्जाम में समय सीमा क्या रहती है?

इस एग्जाम में परीक्षा की अवधि 3 घंटे की होती है आपको सभी एमसीसी 3 घंटे में सॉल्व करने होते हैं। सामान्यत सभी एग्जाम 3 घंटे की ही होते हैं जैसे आप सभी जानते हैं तो नीट(NEET) की एग्जाम भी आपको 3 घंटे देने होते हैं।

नीट की एग्जाम की तैयारी कैसे करें?

इस एग्जाम की तैयारी के लिए कुछ लोगों का मानना है कि बिना कोचिंग ज्वाइन किये नहीं हो सकती ।लेकिन आप  की फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी की समझ अच्छी है तो आप बिना कोचिंग ज्वाइन किया भी इसकी तैयारी कर सकते हैं।

नीचे दिए गए कुछ ऑप्शन आपके बेहतर तैयारी के लिए सहायक हो सकते हैं आपने जरूर देखें-:

1. आपको अपनी नीट की पाठ्यक्रम के अनुसार सब्जेक्ट की समझ होनी चाहिए।
2. जिस सब्जेक्ट में आपकी पकड़ काम है उसे सब्जेक्ट में आपका फॉक्स होनी चाहिए।
3. यदि आप टॉपिक को समझने में योग्य है सफल हैं तो आपको उसे टॉपिक के बारे में एक्सप्लेन करना आनी चाहिए।
4. आपकी तैयारी के लिए समय सीमा निर्धारित होनी चाहिए आपकी सभी समय के अनुसार पूरी होनी चाहिए। 
5. पिछले 5 से 10 वर्षों की प्रश्न पत्र की समझ होनी चाहिए और जितना अधिक हो सके उन्हें हल करने की कोशिश करनी चाहिए।
6. एग्जाम के पैटर्न को समझने की कोशिश करें ।कौन से टॉपिक से कितने प्रश्न बनाए जा रहे हैं कौन सी टॉपिक महत्वपूर्ण हो सकती है। इन सभी टॉपिक पर रणनीति बनाएं और अपनी सूझबूझ के साथ नोट बनाएं ।और तैयारी करें जितना अधिक हो सके एमसीक्यू (MCQ) प्रेक्टिस करें।
 7. अपनी साप्ताहिक और मासिक  स्कोरकार्ड का एनालिसिस करें। और उसे बेहतर करने की कोशिश करें।

अगर आप ऊपर दिए गए इन सभी बिंदुओं पर ध्यान दें तो यह आपको काफी सहायक हो सकती है तैयारी का कोई बेहतर रास्ता नहीं होता यह आप पर डिपेंड करता है आप कितना फॉक्स के साथ इस अध्ययन कर रहे हैं।








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