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माइक्रोसॉफ्ट विंडोज क्या है माइक्रोसॉफ्ट विंडो का क्रैश होने का कारण क्या है?

आज की इस आर्टिकल में हम माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के बारे में अध्ययन करने जा रहे हैं जैसे कि आप सभी को वर्तमान न्यूज़ के बारे में पता है कि विंडो क्रैश हो चुकी है। और पूरी दुनिया में तबाही मचा के रखी है लगभग 40 से 60 देश में माइक्रोसॉफ्ट विंडो का उपयोग किया जा रहा है ।आखिर क्या है ? माइक्रोसॉफ्ट विंडो के इन सभी चीजों पर हम चर्चा करेंगे और साथ ही साथ इसके मालिक कौन है इसका इतिहास क्या है हम शॉर्ट रूप में चर्चा करेंगे।

अगर हम माइक्रोसॉफ्ट विंडो की स्थापना की चर्चा करें



माइक्रोसॉफ्ट विंडो की घोषणा बिल गेट्स और पाल एलेन ने 10 नवंबर 1983 में की थी ।लेकिन इसका कार्य जो है 1981 में शुरू कर दिया गया था। बिल गेट्स एंड पाल एलन ने इस संस्था की स्थापना 4 अप्रैल 1975 को किया था। और दोनों साथ ही साथ काम करते-करते इस माइक्रोसॉफ्ट विंडो का स्थापना किया।

1981 में इसे इंटरफेस मैनेजर के नाम से जाना जाता था ।फिर उसका नाम बदलकर 1983 में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज रखा गया।

संयुक्त राज्य अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट का मुख्यालय है।


माइक्रोसॉफ्ट विंडोज क्या है?

विंडो माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डिजाइन की गई एक सॉफ्टवेयर है जिसे ऑपरेटिंग सिस्टम कहा जाता है यह वह ऑपरेटिंग सिस्टम है जो कंप्यूटर यूजर को कंप्यूटर का उपयोग करने की अनुमति देता है इस ऑपरेटिंग सिस्टम को दुनिया का सबसे लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम माना जाता है यह ग्राफिक यूजर इंटरफेस है और इसे ऑपरेट करना एक कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए बहुत ही आसान है। इस कारण से 40 से 60 देश में माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम का use किया जाता है। यह एक GUI(GRAPHIC USER INTERFACE)

ऑपरेटिंग सिस्टम है इसका मतलब यह हुआ कि आप किसी भी प्लेटफार्म को एक इमेज के थ्रू देखकर के उसे पर वर्क कर सकते हैं। पहले डोज विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम का use किया जाता था जिसमें आपको कमाड बेस पर काम करना होता था ।जो की बहुत ही कठिन था माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम के आते ही कंप्यूटर पर काम करना आसान हो गया।


वर्तमान न्यूज़ के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट विंडोज कुछ दिनों से क्रैश दिखाई दे रही है माइक्रोसॉफ्ट विंडो की क्रैश होने के कारण एयरपोर्ट लाइन में एयरपोर्ट के माध्यम से यात्रा करने वाले लोगों को दिक्कतें आ रही है साथ ही साथ शेयर मार्केट में भी विंडो क्रैश होने के कारण मार्केट में गिरावट देखने को मिल रही है इससे यह समझ में आता है कि हम सभी इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में हम पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर निर्भर हो गए थे और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की क्रैश होते ही हम 1990 की दशक में पहुंच जाते हैं। 1990 की दशक व दशक है जिस समय हम सभी कार्य ऑफलाइन तरीके से करते थे हाथों से लिखकर हम कार्य किया करते थे ।और माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ने हमारे कार्य को इतना फास्ट बना दिया था। कि आज हमें माइक्रोसॉफ्ट विंडो की क्रैश होने के कारण बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए माइक्रोसॉफ्ट विंडो को use करने वाली सभी देशों में तहलका मचा हुआ है।

समानता विंडो का क्रश होना नीचे दिए गए इन पॉइंट पर निर्भर करता है


माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ का क्रैश होना कई कारणों से हो सकता है। यहाँ कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:


1. हार्डवेयर समस्याएँ: 

 रैम, हार्ड ड्राइव, या मदरबोर्ड में कोई खराबी हो सकती है।

2. सॉफ़्टवेयर समस्याएँ: 

गलत तरीके से स्थापित या भ्रष्ट सॉफ़्टवेयर विंडोज़ को क्रैश कर सकता है।

3. ड्राइवर समस्याएँ: 

हार्डवेयर ड्राइवर के पुराने या असंगत संस्करण से क्रैश हो सकता है।

4. वायरस या मालवेयर:

 वायरस या मालवेयर विंडोज़ फाइलों को नुकसान पहुंचाकर क्रैश कर सकते हैं।

5. अधिक तापमान

ओवरहीटिंग से सिस्टम क्रैश हो सकता है।

6. सिस्टम फाइल भ्रष्टाचार:

 महत्वपूर्ण सिस्टम फाइलों का भ्रष्ट होना भी एक कारण हो सकता है।

7. ओवरक्लॉकिंग

प्रोसेसर या ग्राफिक्स कार्ड का ओवरक्लॉकिंग अस्थिरता का कारण बन सकता है।


इन समस्याओं का समाधान करने के लिए हार्डवेयर की जाँच, सॉफ़्टवेयर को अपडेट या रीइंस्टॉल करना, और नियमित रूप से एंटीवायरस स्कैन करना सहायक हो सकता है।

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