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रवैया ही आगे बढ़ाता या पीछे ढकेलता है

 


यू कैन हील योर लाइफ

जो खुश रहना जानता है वह हमेशा खुश ही रहेगा

हमारा रवैया ही नहीं है जो है ना जीवन में आगे बढ़ाता या पीछे ढकेलता है।अगर आप बेहद कठिन परिस्थिति से घिरे हों लेकिन रवैया सकारात्मक है तो खुश रहा कर आप उससे बाहर निकल आएंगे। इसके विपरीत नकारात्मक रवैया आपको निराश और बर्बाद कर सकता है।जब खुश रहता है वह केवल तयशुदा परिस्थितियों में खुश नहीं रहता , वह हर परिस्थिति में खुश ही रहता है।।

हाउ टू टॉक टू एनिवन

लोगों के समक्ष अपना सर्वश्रेष्ठ जाहिर करें

जब आप दूसरों के सामने खुद को पेश करते हैं, तो अपने गुण उन्हें बताना चाहते हैं लोग आपसे मिलकर बहुत जल्द ही अपनी धारणा कायम कर लेते हैं वो इस बात का हिसाब नहीं लगाएंगे की आपने कितनी अच्छाइयां है। वो केवल आपकी ताकत परखना चाहते हैं।इस स्थिति में आपका अपने सर्वश्रेष्ठ को सभी के समक्ष जारी करना बहुत जरूरी होता है।

इमोशनल इंटेलिजेंस ई

विचार ही भावनाओं का संचालन करते हैं 

जो अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं वह कई तरह के साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर से पीड़ित होते हैं बिहेवियर साइकोलॉजिकल पर की गई रिसर्च बताती है कि हमारे विचार ही हमारी भावनाओं का संचालन करते हैं भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए अपने विचार बदलना जरूरी होता है जिससे प्रतिक्रिया को भी नियंत्रण में रखा जा सकता है।।

द पावर ऑफ नेगेटिव इमोशन

अपराध बोध वही सच्चा है जिसके सबक लिया जाए

जो लोग लगातार अच्छे काम करते हैं उनसे जब कुछ बुरा हो जाता है तो अपराध बोध महसूस करते हैं। अपराध बोध तब तक व्यर्थ है जब तक इससे कोई सबक नहीं लेते हैं। अगर आपके मन में किसी बात को लेकर अपराध बोध है, फिर भी आप सुधार नहीं करते हैं तो इसका होना या ना होना बराबर ही है। फिर यह सच्चा नहीं ,झूठा अपराध बोध है।

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