वित्तमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। जिसमें महिलाओं को तीन तलाक के शाप से मुक्त करने के लिए कानून लाए जाने और महिला उद्यमियों को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए 30 करोड़ मुद्रा योजना ऋण देने को प्रमुखता से उजागर किया। सरकार ये मानती है कि अगर देश को समृद्ध और सशक्त करना है तो उसके लिए महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना होगा।
महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना होगा
गुरुवार को वित्तमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के लिए दस सालों में किए कामों की उपलब्धियां गिनाईं। जिसमें महिलाओं को तीन तलाक के शाप से मुक्त करने के लिए कानून लाए जाने और महिला उद्यमियों को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए 30 करोड़ मुद्रा योजना ऋण देने को प्रमुखता से उजागर किया। सरकार ये मानती है कि अगर देश को समृद्ध और सशक्त करना है तो उसके लिए महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना होगा। इसके लिए महिलाओं के जीवन को सुगम बनाना, उन्हें शिक्षित करना और सुरक्षा के साथ ही उनके सम्मान की रक्षा सुनिश्चित करनी होगी। इन चीजों को ध्यान में रखकर ही सरकार ने पिछले दस वर्ष की योजनाएं और कार्यक्रम चलाए।
मोदी सरकार की दस वर्षों की उपलब्धियां
वित्तमंत्री ने सरकार की दस वर्षों की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि उद्यमिता, सुगम्य जीवन और महिलाओं के लिए सम्मान के माध्यम से उनके सशक्तीकरण को दस वर्षों में गति मिली है। सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए मुद्रा ऋण योजना शुरू की और महिला उद्यमियों को 30 करोड़ मुद्रा योजना ऋण दिये गए हैं। दस वर्षों में उच्चतर शिक्षा में महिलाओं का नामांकन 28 प्रतिशत बढ़ा है।
महिलाओं की भागीदारी
साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जमीन से लेकर आसमान तक महिलाओं की भागीदारी अहम भूमिका निभा रही है।
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